देवघर | अभी वार्ता संवाददाता
राजकीय श्रावणी मेला के अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग (नई दिल्ली) द्वारा शुक्रवार को शिवलोक परिसर में निःशुल्क परामर्श शिविर की शुरुआत की गई। इस शिविर का उद्देश्य महिलाओं को उनके कानूनी और सामाजिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सशक्त बनाना है।

🎯 उद्घाटन और उद्देश्य
शिविर का उद्घाटन राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता और अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) रवि कुमार ने संयुक्त रूप से किया। ममता ने बताया कि यह पहल विशेष रूप से श्रावणी मेले में आने वाली लाखों महिला श्रद्धालुओं के लिए की गई है, ताकि वे अपने अधिकारों को समझ सकें और जरूरत पड़ने पर उन्हें विधिक सहायता मिल सके।
📌 एक माह तक चलेगा शिविर
श्रावणी मेला एक महीने तक चलने वाला आयोजन है, ऐसे में यह परामर्श स्टॉल पूरे मेले की अवधि तक महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सलाह, सहायता और परामर्श प्रदान करेगा।
🗣️ क्या कहा अधिकारियों ने?
एसडीओ रवि कुमार ने कहा कि आयोग का उद्देश्य है कि हर महिला को उसके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाए और उसे आत्मनिर्भर बनाया जाए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की स्थापना 1992 में हुई थी और तब से यह संस्था महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने का कार्य कर रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि आयोग द्वारा महिलाओं की शिकायतों पर कार्रवाई की जाती है और उन्हें कानूनी मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया जाता है।
🙌 सकारात्मक पहल
श्रावणी मेले में लगाए गए इस परामर्श स्टॉल को महिलाओं के लिए एक सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक पहल माना जा रहा है। यहां आने वाली महिलाएं अब अपने अधिकारों को समझने और उनका प्रयोग करने में सक्षम बनेंगी।
