रांची | अभी वार्ता संवाददाता
झारखंड सरकार राज्य में दूसरे सैनिक स्कूल की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने जा रही है। इस संबंध में शुक्रवार को आयोजित एक विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव अलका तिवारी ने स्कूली शिक्षा सचिव को आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया।

📌 क्यों जरूरी है नया सैनिक स्कूल?
मुख्य सचिव ने बताया कि झारखंड के तिलैया स्थित सैनिक स्कूल में देशभर में सबसे अधिक 875 छात्र अध्ययनरत हैं। जबकि अन्य राज्यों में दो-दो सैनिक स्कूल संचालित हो रहे हैं। ऐसे में राज्य में एक और सैनिक स्कूल की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है।
💧 आधारभूत संरचना में सुधार
मुख्य सचिव ने सैनिक स्कूल तिलैया की आधारभूत आवश्यकताओं को गंभीरता से लेते हुए कई घोषणाएं कीं:
9.49 करोड़ रुपये की लागत से नई जलापूर्ति योजना बहाल की जाएगी। तकनीकी स्वीकृति पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से प्राप्त हो चुकी है।
स्कूल परिसर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का भी प्रस्ताव जल्द भेजा जाएगा।
स्टाफ क्वार्टरों के रख-रखाव के लिए भवन निर्माण विभाग को कार्यवाही करने को कहा गया है।
💰 पेंशन और लाभों को लेकर विचार
बैठक में सैनिक स्कूल तिलैया के प्रतिनिधियों ने:
पेंशन, पारिवारिक पेंशन, एनपीएस और अन्य लाभ राज्य सरकार द्वारा वहन किए जाने का अनुरोध किया। मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि अन्य राज्यों के सैनिक स्कूल मॉडल का अध्ययन कर फैसला लिया जाए।
इस मद में अनुमानित खर्च लगभग 7 करोड़ रुपये आंका गया है।
🏥 स्वास्थ्य सुविधा में सुधार
अब तक तिलैया स्कूल के छात्रों की वार्षिक स्वास्थ्य जांच हजारीबाग में कराई जाती थी। अब इसे कोडरमा में ही आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, जिससे छात्रों को सुविधा होगी।
👥 बैठक में उपस्थित अधिकारी
मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में:
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव मस्तराम मीणा
स्कूली शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह
सैनिक स्कूल तिलैया के प्रतिनिधि
सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
