दुव्यवहार, रिश्वतखोरी और धमकी जैसे गंभीर आरोपों से घिरे सीओ वेद प्रकाश, जांच टीम के सामने बोले पीड़ित
अभी वार्ता ब्यूरो / गोपालगंज।
विजयीपुर अंचल के अंचलाधिकारी (सीओ) वेद प्रकाश के खिलाफ अनैतिक आचरण, रिश्वत मांगने, अभद्र भाषा, और धमकी देने जैसे गंभीर आरोपों की जांच जोर-शोर से शुरू हो गई है। बुधवार को जब एडीएम (राजस्व) राजेश्वरी पांडेय और भूमि-उप समाहर्ता वसीम अकरम की दो सदस्यीय जांच टीम विजयीपुर अंचल कार्यालय पहुंची, तो सैकड़ों ग्रामीणों ने मौके पर पहुँचकर सीओ के खिलाफ शिकायतों की झड़ी लगा दी।

इससे पहले 50 से अधिक ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा को लिखित शिकायत सौंपी थी, जिसमें सीओ पर आरोप लगाया गया कि वे खुलेआम रिश्वत मांगते हैं, गाली-गलौज करते हैं, और काम नहीं करने पर जेल भेजने की धमकी देते हैं। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम को 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
शिकायतकर्ताओं ने कहा: “बिना पैसे के कोई काम नहीं, गाली देना आम बात”
घाट बन्धैरा गांव की वृद्ध महिला अहरून नेशा ने बताया कि सीओ ने उनसे पैसे मांगे और गाली दी।
बेलवा गांव के बीडीसी प्रतिनिधि मुरलीधर मिश्र और सनकसिया देवी ने आरोप लगाया कि सीओ बिना रिश्वत के कोई फाइल आगे नहीं बढ़ाते।
एक महिला ने बताया कि सीओ अक्सर कहते हैं:
“जहां जाना हो जाओ, फाइल मेरे पास ही आएगी, जो मैं चाहूंगा वही होगा।”
– सीओ जांच के दौरान मौन, जांच टीम ने मानी प्रारंभिक आरोपों की सच्चाई
जांच के दौरान सीओ वेद प्रकाश चुपचाप बैठे रहे। जब जांच पूरी हुई तो जांच अधिकारियों ने बताया कि प्रथम दृष्टया आरोप सही प्रतीत होते हैं और सीओ की कार्यशैली से जनता मर्माहत है।
टीम ने यह भी कहा कि कुछ आरोप इतने गंभीर हैं कि उन्हें शब्दों में बयान करना कठिन है। जांच रिपोर्ट देर रात डीएम को सौंपे जाने की बात कही गई है।
– सीओ की प्रतिक्रिया: “मैं इस पर कोई बात नहीं करूंगा”
जब सीओ वेद प्रकाश से इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा,
“मैं इस पर कोई बात नहीं करूंगा।”
इसके बाद उन्होंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।
– अब जनता को डीएम की कार्रवाई का इंतजार
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने कहा कि अब सबकी निगाहें जिला प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। यह देखना अहम होगा कि डीएम पवन कुमार सिन्हा इस गंभीर मामले में क्या निर्णय लेते हैं।
