अभी वार्ता/सिद्धार्थनगर
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की सिद्धार्थनगर इकाई द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में मासिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला संरक्षक अरविंद शुक्ला एवं संचालन जिला अध्यक्ष प्रदीप किसान द्वारा किया गया।
बैठक में किसानों से जुड़ी तीन प्रमुख समस्याओं को लेकर विरोध दर्ज किया गया और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की गई:
1. बंधों की मरम्मत में भ्रष्टाचार:
किसानों ने आरोप लगाया कि जिले के बांधों की मरम्मत सिर्फ कागजों में की जा रही है। सिंचाई विभाग द्वारा वास्तविक काम न कर केवल फाइलों में रिपेयरिंग दर्शा दी जाती है और सरकारी धन निकाल लिया जाता है।
2. खाद की किल्लत और तस्करी:
धान की फसल के लिए किसानों को आवश्यक डीएपी और यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। उचित रेट पर खाद की उपलब्धता नहीं है, जबकि तस्करी और कालाबाजारी जोरों पर है। किसानों ने इस पर तत्काल जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

3. बिजली विभाग की लापरवाही:
बिजली विभाग पर भी गम्भीर आरोप लगाए गए कि मीटर रीडिंग में गड़बड़ी कर गरीब किसानों को अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है। किसानों ने इसे “गोरखधंधा” करार दिया और पारदर्शिता लाने की अपील की।
बैठक के अंत में तय किया गया कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो किसान संगठन बड़ा आंदोलन करेगा।
धरना प्रदर्शन में शामिल प्रमुख किसान नेता:
सादिक किसान, रामवृक्ष राव, पवन श्रीवास्तव, मौर्य जी, अरविंद चौधरी, पाठक जी, सावित्री किसान, चैतू जी, राजाराम राणा, चौधरी सूर्य प्रकाश, घनश्याम चौरसिया सहित कई अन्य कार्यकर्ता व किसान मौजूद रहे।
