पूर्व मंत्री और VIP पार्टी के सर्वे सर्वा मुकेश सहनी के पिता जीतन राम सहनी की हत्या अत्यंत निंदनीय
गोपालगंज / बिहार: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और वीआईपी पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी के पिता, जीतन राम सहनी की बेरहमी से अपराधियों ने हत्या कर दी है। बिहार में तो ऐसी हत्याएं रोज दर्जनों हो रही हैं, जबकि पुलिस जमीन कब्जाने और शराब के व्यापारियों के पीछे पड़ी है। बिहार में जंगल राज 2 व्याप्त है और नीतीश कुमार की सुशासन की सरकार पूरी तरह विफल नजर आ रही है।
संगीता सिंह, पूर्व प्रमुख और जनसुराज नेत्री ने भी इस दुखद घटना पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “मेरी संवेदनाएं मुकेश सहनी और उनके परिवार के साथ हैं। यह घटना बिहार में जंगल राज 2 की वापसी को दर्शाती है। बिहार में आम आदमी की जिंदगी की कोई कीमत नहीं रह गई है। जब एक पूर्व मंत्री के पिता की इस तरह से हत्या हो सकती है, तो सोचिए आम जनता कितनी असुरक्षित है। यह सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है।
यह हत्या न सिर्फ एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि पूरे बिहार की जनता के लिए एक चेतावनी है कि हम किस दिशा में जा रहे हैं। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस प्रशासन उनके सामने असहाय दिखाई दे रहा है।
मैं इस घटना की कड़ी निंदा करती हूँ और बिहार सरकार से मांग करती हूँ कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए। बिहार की जनता अब और असुरक्षा और अत्याचार बर्दाश्त नहीं कर सकती। यह वक़्त है कि हम सब मिलकर इस सरकार को जवाबदेह बनाएं और बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाएं।” 35 साल से बिहार के लोग इस इंतजार में बैठेगी कब बिहार में सुशासन की सरकार होगी और लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगे। यहीं नहीं मुकेश साहनी के पैतृक गांव में उनके पिता की हत्या हुई है इस गांव में आज एक और हत्या हुई है। हमारे गृह जिले के
धतिंगना पंचायत के पूर्व मुखिया अजय सिंह पर जानलेवा हमला हुआ है, उनके पैर में गोली लगी है और अभी अस्पताल में भर्ती हैं।
यह भी एक ह्रदयविदारक घटना है।धतिंगना पंचायत के पूर्व मुखिया अजय सिंह पर भीषण हमला हुआ है। अजय सिंह अपने घर के बाहर बैठे थे, तभी बाइक पर सवार होकर अपराधी वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान अपराधियों ने पूर्व मुखिया के ऊपर गोली चला दी। गोली लगने से अजय सिंह बुरी तरह से घायल हो गए। गोली की आवाज सुनकर परिवार के लोग और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, हालांकि तब तक अपराधी मौके से फरार हो चुके थे।
संगीता सिंह ने इस घटना पर भी गहरा छोभ व्यक्त किया है और कहा, “यह घटना बिहार में कानून व्यवस्था की बदतर होती स्थिति को और भी स्पष्ट करती है। जब जनप्रतिनिधि और उनके परिवार सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की क्या उम्मीद की जा सकती है? यह सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है और बिहार में जंगल राज 2 लौट आया है। अब तो यह हाल हो गया है कि अपने ही गांव और जिले में सामाजिक और राजनीतिक व्यक्ति घूम नहीं सकता है भय से लोगों के बीच नहीं जा सकता है। 90 के दशक की स्थिति से भी बदतर स्थिति हो गई है। आम आदमी ने घर में, सुरक्षित है ना सड़क पर सुरक्षित है, पुलिस अपने जिम्मेवारी से मुकर चुकी है। कोई प्रशासनिक अधिकारी किसी के भी आवेदन पर कोई भी कदम उठाने को तैयार नहीं है। शराब और जमीन की कमाई ने पुलिस को निकम्मा बना दिया है।