वर्दी के रॉब में मोहम्मदपुर थाना अध्यक्ष अमित शाह की गुंडागर्दी
वर्दी के रॉब में मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष ने 107 के आरोपी के साथ की मारपीट, पीड़ित से मुकदमा उठाने का बना रहे दबाव, झूठे केस में फंसाने की धमकी
सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज, साक्ष्य के रूप में वीडियो रिकॉर्ड
गोपालगंज – जी हां आपने पुलिस वाला गुंडा सुना होगा या फिल्मों में भी देखा होगा कि कैसे पुलिस आम जनता को न्याय दिलाने की जगह एक पक्ष के पक्ष में होकर विपक्षी पर सितम ढहाती है। इसे चरितार्थ कर रहे हैं मोहम्मदपुर के थानाध्यक्ष अमित कुमार। वर्दी का रूआब ऐसा है कि थाना क्षेत्र में इनका सिक्का चलता है। किस के ऊपर केस दर्ज करना है और किसको डरा धमका कर इज्जत प्रतिष्ठा का भय दिखाकर जुल्म, अत्याचार, अनाचार होते हुए भी थाना से भगा देना इनके ऊपर निर्भर करता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इस मामले में एक पक्ष के पक्ष में थानाध्यक्ष ने 107 के वारंट का भय दिखाकर पीड़ित के पति के साथ मारपीट की और थाना ले जाकर दर्ज किए गए सिविल के मुकदमे को वापस उठा लेने और नही उठाने पर झूठे केस में फंसाने एवं बर्बाद कर देने की धमकी दी हैं। इस संबंध में पीड़ित मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र निवासी रानी उर्फ सुशीला देवी ने सीजेएम कोर्ट गोपालगंज में वर्तमान मोहम्मदपुर थानाध्यक्ष स्थाई पता अरवल जिले के बीसगंज थाना क्षेत्र के परवाहा गांव निवासी उपेंद्र साह के पुत्र अमीत कुमार साह एवं मोहमदपुर पश्चिम निवासी स्वर्गीय बालेसर राय के पुत्र रंजीत यादव के साथ अन्य 5 पुलिस कर्मियों पर उनके घर में घुस कर मारपीट कर ले जाने एवं अपने पति के बचाव में आने पर पीड़िता के साथ अश्लील हरकतें करने एवं बाल पकड़ कर पटक देने का आरोप लगाई है। पीड़िता ने कोर्ट में दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा है कि 4 जून की मध्य रात्रि 12 बजे के करीब आरोपी थानाध्यक्ष अमित कुमार साह अपने पुलिस के जवानों के साथ पहुंचे और घर का दरवाजा तोड़कर घुस गए और परिवादनी के पति के साथ गाली गलौज करने लगे। गाली देने का कारण पूछने पर थानाध्यक्ष लात घुसे से मारने लगे। थानाध्यक्ष ने गाली देते हुए कहा कि इसका जुबान बहुत ज्यादा चल रहा है। इसको सबक सिखाओ। इस पर सभी पुलिसकर्मी परिवादिनी के पति का कॉलर पकड़ कर लात हाथ और डंडे से मारने पीटने लगे। जब आवेदिका अपने पति को बचाने गई तब थानाध्यक्ष ने पीड़िता का बाल पड़कर नीचे पटक दिया एवं अश्लील हरकत भी किया। मारपीट की घटना देख पीड़िता की बेटी आई और परिवार के द्वारा जोर-जोर से हल्ला किया गया तब जाकर उसके आस पास के लोग इकट्ठा हो गए। जिसे देखकर थानाध्यक्ष ने महिला को छोड़ कर जबरन उसके पति को पड़कर थाना ले गए और कहने लगे कि इसके ऊपर 107 का वारंट है। पीड़िता ने बताया कि उसके पति के साथ थाना ले जाकर भी पुलिस कर्मियों के द्वारा मारपीट की गई।
निवेदन करती रही पीड़िता और लात घुसे से मारती पिटती रही पुलिस
पीड़िता ने कोर्ट में दिए गए आवेदन में बताया है कि उसने वारंट का तामिला भी दिखाया और निवेदन किया कि मेरे पति को छोड़ दीजिए लेकिन थानाध्यक्ष एक भी बात सुनने को तैयार नहीं हुए और स्थानीय थाना मोहम्मदपुर ले जाने के बाद परिवादानी एवं उसके पति को गाली देते हुए कहा कि तुम लोगों से कई बार दीवानी मुकदमा सुलह करने के लिए कहा गया है लेकिन तुम लोग बात नहीं मानते हो। कन्हैया साह (जिसके साथ पीड़िता का मुकदमा कोर्ट में चल रहा है। ) मेरा खास आदमी है। वह मेरा करीबी है। उसके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं। थानाध्यक्ष ने धमकी देते हुए कहा कि यह मारपीट सबक सिखाने के लिए हैं । अगर नहीं मानोगे तो इससे भी बुरा अंजाम होगा और मुकदमा में फंसा कर बर्बाद कर देंगे। पीड़िता के बच्चों ने इसका वीडियो भी बनाया है। जिसे कोर्ट में दिखाया जायेगा।
पहले भी दरवाजे पर जाकर थानाध्यक्ष ने दिया है धमकी
पीड़िता ने बताया कि थानाध्यक्ष के द्वारा पहले भी 19 फरवरी 2024 एवं 23 मार्च 2024 को भी आकर धमकी दिया गया कि केस सुलह कर लो। पीड़िता ने बताया कि जब भी वह अपने घर पर कोई भी कार्य शुरू करती है तो थानाध्यक्ष आकर डराते और धमकाते रहते हैं। उसने बताया कि कन्हैया शाह के तरफ से आकर पुलिस अक्सर तबाह करते हैं थाना प्रभारी अमित कुमार एक बार आए और मेरे द्वारा जोड़े गए बाउंड्री वाल को स्वयं ढहवा दिए और धमकी दिए की तुमको बर्बाद कर देंगे। वे केवल सिविल मुकदमा उठाने के लिए दबाव देते हैं। इन सभी घटना का वीडियो वह फोटो हम लोगों ने बनाया है जो साक्षी है। आवेदन कर्ता पीड़ित ने बताया कि इसकी सूचना जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी को भी दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है।