बिजनेस डेस्क / अभिवार्ता
हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के बाद एनसीआर में 74 प्रतिशत परियोजनाएं पूरी हुई हैं, इसका खुलासा ताजा रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक एनसीआर में 34,520 इकाइयों वाली लगभग 86 परियोजनाएं एचआरईआरए के बाद (2017 की दूसरी छमाही से लेकर पूरे 2018 तक) हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी अवधि के दौरान लॉन्च की गईं। इनमें से नए रिपोर्ट के अनुसार 64 परियोजनाएं लगभग 74 प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी का पहला उद्देश्य घर खरीदारों को लंबित व रुके हुए आवास परियोजनाओं के कष्टदायक मुद्दे से बचाना है। इसमें काफी हद तक सफल हो रहे हैं। रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के बाद की अवधि के दौरान शीर्ष सात शहरों- चेन्नई, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR), एनसीआर, पुणे, बैंगलोर, हैदराबाद और कोलकाता में कम से कम 86 प्रतिशत आवासीय परियोजनाएं शुरू की गईं। यह एनारॉक की रिपोर्ट में दावा किया गया है।
मई 2017 में रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी कार्यान्वयन के बाद 2017 और 2018 की दूसरी छमाही में इन शीर्ष 7 शहरों में 1,642 से अधिक आवास परियोजनाएं शुरू की गई। इनमें से 1,409 परियोजनाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चेन्नई में इस अवधि में लॉन्च की गई परियोजनाओं में सबसे अधिक 90 प्रतिशत पूर्णता देखी गई है। इसके बाद एमएमआर और पुणे में 89 प्रतिशत प्रत्येक के साथ पूरा हुआ। इस 1.5-वर्ष में एमएमआर में सबसे अधिक लॉन्च (679 परियोजनाएं) देखी गईं, जिनमें से 602 पूरी हो चुकी हैं। कोलकाता (जहां उक्त अवधि में आरईआरए लागू नहीं किया गया था) में एच-2 2017 और 2018 में लॉन्च की गई 83 परियोजनाओं में से सबसे कम 70 प्रतिशत परियोजना पूरी हुईं।
क्रेडाई एनसीआर के प्रेजिडेंट मनोज गौड़ ने कहा कि भले ही ये सभी परियोजनाएं महामारी (2017-18) से ठीक पहले लॉन्च की गई थीं और इस प्रकार लॉकडाउन से गंभीर रूप से प्रभावित हुईं, यह समय पर डिलीवरी के लिए डेवलपर्स की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। “भारी मांग के कारण, एनसीआर में बड़ी संख्या में नए प्रोजेक्ट लॉन्च हुए, विशेष रूप से 3-बीएचके प्लस घर, लग्जरी घर और कमर्शियल संपत्तियों में उछाल आया। राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई विभिन्न बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं ने भी रियल्टी के आरओआई में वृद्धि की है।”
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के संस्थापक और अध्यक्ष, प्रदीप अग्रवाल ने कहा, “रेरा की शुरूआत ने संभावित घर खरीदारों को अटूट विश्वास के साथ पुनर्जीवित किया है, उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके निवेश सुरक्षित हैं, और उनके सपनों का घर तय समय पर पूरा हो जाएगा। राज्य सरकारों ने इसमें भूमिका निभाई है। इस कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका है। घर खरीदारों को अपनी बचत को पूर्ण निश्चितता के साथ निवेश करने के लिए सशक्त बनाने के लिए और सुधार करने का अवसर है।”
रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा ने कहा कि “लॉन्च की गई लगभग 75 प्रतिशत परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कब्जे के लिए शुरू की जा रही हैं। यह एनसीआर के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक सराहनीय उपलब्धि रही है। एनसीआर उल्लेखनीय परियोजनाओं में प्रमुख रहा है, क्योंकि यह देश भर के अग्रणी डेवलपर्स के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन गया है।
कुशाग्र अंसल, डायरेक्टर अंसल हाउसिंग ने बताया कि जहां एक ओर रेरा से खरीदारों की विश्वास बढ़ा है तो वहीं दूसरी ओर प्रोजेक्ट्स तेजी से पूरे हुए हैं। दिल्ली एनसीआर में रेजीडेंशियल व कमर्शियल फ्लैट्स खरीदारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में सख्त नियम होने से खरीदार भी निश्चिंत रहते हैं। इसके अलावा समय प्रोजेक्ट्स पूरा करके खरीदारों का उनके सपनों का आशियाना सौंपा जा रहा है।